गुरुवार को नई दिल्ली में प्रस्तावित केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक टल गई है। अब हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस के प्रत्याशी केंद्रीय चुनाव समिति बिना बैठक के ही तय करेगी। बता दें कि सीएम सुक्खू बुधवार शाम को दिल्ली पहुंचे हैं।
हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस के प्रत्याशी केंद्रीय चुनाव समिति बिना बैठक के ही तय करेगी। गुरुवार को नई दिल्ली में प्रस्तावित बैठक टल गई है। अब प्रदेश कमेटी की ओर से भेजे नामों को ही फाइनल किया जाएगा। कांगड़ा संसदीय सीट से विधायक रघुवीर बाली, पूर्व मंत्री आशा कुमारी, करण पठानिया और संजय चौहान के नाम पर मंथन चल रहा है। हमीरपुर संसदीय सीट से उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री को मैदान में उतारने की चर्चाए हैं। छह विधानसभा उपचुनाव को लेकर मई के पहले सप्ताह में प्रत्याशियों की घोषणा हो सकती है।
इनके अलावा पूर्व मंत्री आशा कुमारी और पार्टी के जिला अध्यक्ष करण पठानिया के नाम पर भी मंथन हो रहा है। उधर, हमीरपुर संसदीय सीट से प्रत्याशी को लेकर पार्टी अभी तक असमंजस में है। हमीरपुर सीट से बीते दिनों पूर्व विधायक सतपाल सिंह रायजादा का नाम संभावित प्रत्याशी के तौर पर खुलकर लिया जा रहा था, लेकिन बीते कुछ दिनों में कांग्रेस ने अन्य विकल्पों पर भी विचार करना शुरू किया। उपमुख्यमंत्री अग्निहोत्री की बेटी आस्था को प्रत्याशी बनाने की संभावना थी, लेकिन उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। इस सीट से अब उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री को प्रत्याशी बनाए जाने की अटकलें लग रही हैं
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बुधवार शाम को दिल्ली पहुंचकर मीडिया से बातचीत में कहा कि अभी केंद्रीय समिति की बैठक तय नहीं हुई है। हिमाचल में होने वाले चुनाव में अभी समय है, ऐसे में प्रत्याशी घोषित करने में जल्दबाजी नहीं की जाएगी। जल्द ही प्रत्याशियों के नाम तय किए जाएंगे। कांग्रेस का चुनाव चिह्न हाथ ही मुख्य प्रत्याशी रहेगा। उन्होंने कहा कि 26 अप्रैल को वह शिमला संसदीय सीट के तहत कुपवी में चुनाव प्रचार करेंगे।