प्रदेश की जनसंख्या में 97 फीसदी लोग हिंदू हैं, ऐसे में इस वोट बैंक को अपने-अपने पक्ष में करने के लिए दोनों राजनीतिक दलों के नेता मुखर हो गए हैं।
धर्म की राजनीति से अछूते रहे हिमाचल में हिंदुत्व भी चुनावी मुद्दा बनने लगा है। प्रदेश की जनसंख्या में 97 फीसदी लोग हिंदू हैं, ऐसे में इस वोट बैंक को अपने-अपने पक्ष में करने के लिए दोनों राजनीतिक दलों के नेता मुखर हो गए हैं। मंडी सीट पर भाजपा प्रत्याशी कंगना रणौत और कांग्रेस के विक्रमादित्य सिंह के बीच खुद को बड़ा सनातनी बताने की जुबानी जंग छिड़ी हुई है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू, उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, नेता विपक्ष जयराम ठाकुर और भाजपा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल भी इस मुद्दे को लेकर बोलने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। प्रदेश के इतिहास में अभी तक हुए लोकसभा और विधानसभा चुनावों में विकास और अनदेखी ही मुख्य तौर पर चुनावी मुद्दा बनता रहा है। देवभूमि होने के नाते यहां देवी-देवताओं का हर वर्ग पूरा सम्मान करता रहा है, लेकिन देवी-देवताओं को लेकर भी कभी चुनावी माहौल नहीं बनाया गया। देश की राजनीति इन दिनों हिंदुत्व के इर्द-गिर्द सिमटी हुई है।